देहरादून/मुख्यधारा
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (uksssc) पेपर लीक मामले में पुलिस की धरपकड़ जारी है। अब तक पेपर लीक मामले में 16 आरोपियों को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स गिरफ्तार कर चुकी है।
शुक्रवार को पेपर लीक मामले उत्तराखंड एसटीएफ ने उत्तराखंड सचिवालय के एक और अधिकारी अपर निजी सचिव सूर्य प्रताप निवासी निवाड़, मंडी जसपुर उधम सिंह नगर को गिरफ्तार कोर्ट में पेश किया है। यह जानकारी स्पेशल टास्क फोर्स के प्रभारी अजय सिंह ने दी।
वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसकी जानकारी दी। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से पांच सरकारी कर्मचारी भी शामिल हैं।
पेपर लीक मामले में मुख्य अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कितने ही बड़े पद पर क्यों न हो।
एसटीएफ के रडार में इस पूरे गोरखधंधे के मास्टरमाइंड हैं। जल्दी ही कई लोगों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इसके साथ ही लीक पेपर से पास होने वाले 50 परीक्षार्थियों को उत्तराखंड पुलिस ने चिन्हित किया है और इनकी अभ्यर्थिता रद्द कराने के लिए आयोग को पत्र लिखा जाएगा और मुकदमे में आरोपी बनाया जाएगा।
अब तक हो चुकी हैं 16 गिरफ्तारियां
पेपर लीक जांच की आंच सचिवालय पर पहुंचने के बाद अपर सचिव की गिरफ्तारी के बाद अभी तक 6 सरकारी कर्मचारी सहित 16 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि पेपर लीक मामले में जो भी सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार हो रहे हैं, उनके खिलाफ विभागीय नियमानुसार अलग से धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।
बता दें कि पिछले दिनों उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने पेपर लीक मामले में इस्तीफा दे दिया था।
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