राहुल (Rahul gandhi) को मां सोनिया गांधी का मिला साथ, लंबे अरसे बाद सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखाई दीं कांग्रेस अध्यक्ष
शंभू नाथ गौतम
पिछले महीने कांग्रेस ने 7 सितंबर से कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरुआत की थी। इस यात्रा का नेतृत्व अभी तक केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul gandhi) कर रहे थे। पिछले दिनों से भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक में है।
आज सुबह यात्रा के 29वें दिन राहुल गांधी (Rahul gandhi) को इस यात्रा में अपनी मां सोनिया गांधी का साथ मिल गया। सोनिया गांधी राजधानी दिल्ली से इस यात्रा में शामिल होने के लिए 4 अक्टूबर को कर्नाटक पहुंचीं थीं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज कर्नाटक के मंड्या में पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ शामिल हुईं। राहुल (Rahul gandhi) ने कंधे पर हाथ रखकर मां का स्वागत किया।
बता दें कि सोनिया एक महीना पहले ही कोरोना से उबरी हैं। अभी सोनिया का स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। लंबे समय बाद सोनिया गांधी (Rahul gandhi) पार्टी के किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग ले रहीं हैं। बता दें कि कर्नाटक गांधी परिवार के लिए शुरू से ही भाग्यशाली माना जाता है। जब-जब गांधी परिवार को सियासी संकट आया है, तब इस राज्य ने खूब साथ दिया है।
पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी भी कर्नाटक से चुनाव लड़ चुकी हैं। इमरजेंसी की बाद जब इंदिरा गांधी की सरकार चली गई थी तो 1980 में जब उन्हें एक लोकसभा सीट की जरूरत थीं। ऐसे में उन्होंने कर्नाटक के चिकमंगलूर से चुनाव लड़ा था। सोनिया गांधी ने भी कर्नाटर के बेल्लारी सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं।
1999 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी को यूपी की अमेठी सीट से हारने का डर था। ऐसे में उन्होंने बेल्लारी से नामांकन दाखिल किया । भाजपा ने उनके खिलाफ सुषमा स्वराज को मैदान में उतारा था। इस चुनाव में सोनिया गांधी ने सुषमा स्वराज को हरा दिया था।
2004 में जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार की जीत निश्चित जानी जा रही थी, तभी सोनिया गांधी ने ‘जनसंपर्क अभियान’ की शुरुआत की। इस अभियान में सोनिया गांधी ने जमीन पर उतरकर लोगों के बीच जगह बनाई। वह खास तौर पर उत्तर प्रदेश में गांव-गांव घूमीं। उनका काफिला कहीं भी रुक जाता और बच्चों और महिलाओं के साथ फोटो खिंचाती। इसका असर भी चुनाव में देखने को मिला। चुनाव में कांग्रेस ने कमाल कर दिखाया। अकेले यूपी में ही पार्टी को 21 सीटें मिलीं। तब एनडीए की बड़ी हार हुई।
साल 2019 के बाद राहुल गांधी (Rahul gandhi) भी अपनी सियासत अधिकांश साउथ के राज्यों पर ही फोकस किए हुए हैं।
गौरतलब है कि राहुल गांधी (Rahul gandhi) ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की तब सोनिया गांधी देश में नहीं थीं। सोनिया गांधी भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत के समय अपने मेडिकल चेकअप के लिए विदेश गई थीं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पहली बार अपने पुत्र राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा से जुड़ी हैं।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में अब तक कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में 600 किमी से अधिक की दूरी तय की गई है। यात्रा 24 अक्टूबर को तेलंगाना में प्रवेश करेगी और राज्य में 360 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा का समापन अगले साल की शुरुआत में कश्मीर में होगा। इस यात्रा में कुल 3570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।
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