ब्रेकिंग: पहाड़ों की रानी (Queen of mountains) में झमाझम बारिश के बीच हुआ ये नुकसान, देखें वीडियो
मसूरी/मुख्यधारा
बीती रात्रि से उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में लगातार हल्की बारिश हो रही है, वहीं ऊंचाई वाली पर्वतीय चोटियों पर हिमपात हो रहा है। इससे तापमान में काफी गिरावट आई है। वहीं झमाझम बारिश के बीच पहाड़ों की रानी मसूरी से नुकसान की खबर आ रही है, जहां पुस्ता ढहने से भारी नुकसान की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि पुश्ते के मलबे में कई वाहन दब गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक राज्य के कई हिस्सों में हल्की बरसात हो रही है। इससे जहां तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है, वहीं कई जगह सड़कों पर जलभराव होने की सूचनाएं आ रही हैं। इस बीच मसूरी के कैंप्टी रोड के समीप एक बड़ा पुश्ता गिरने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि उक्त पुश्ते के मलबे में कई गाडिय़ां दबकर क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
जानकारी के अनुसार तीन वाहन मलबे के कारण पूर्ण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा कुछ और वाहनों को भी आंशिक नुकसान हुआ है। इससे वाहन स्वामियों को काफी नुकसान हुआ है।
घटना की सूचना पर पुलिस टीम के साथ ही प्रशासन की टीम भी मौके के लिए रवाना हो गई है।
बताते चलें कि मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह द्वारा जारी किया गया पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तराखंड में 31 मार्च के साथ ही एक अप्रैल, दो अप्रैल व तीन अप्रैल को भी उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में हल्की से मध्यम वर्षा/ गर्जन के साथ वर्षा व बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा 3500 मीटर व उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है।
31 मार्च के लिए देहरादून व नैनीताल जनपदों में कहीं-कहीं पर भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। साथ ही देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल तथा ऊधमसिंहनगर जनपदों में कहीं-कहीं 30 से 40 घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने की संभावना भी व्यक्त की गई है।
इन जनपदों में गर्जन के साथ ओलावृष्टि, आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। जिससे वृक्षारोपण, बागवानी और खड़ी फसलों को ये परिस्थितियां नुकसान पहुंचा सकती हैं। इसको ध्यान में ध्यान में रखते हुए मौसम विभाग ने गर्जन के दौरान बिजली का संचालन करने वाली सभी वस्तुओं से दूर रहने का सुझाव दिया है।
खेतों में रखी कटी हुई फसल को सुरिक्षत स्थान पर रखने को कहा गया है। इसके अलावा पेड़ों को ओलों से बचाने के लिए ओलों के जाल का उपयोग करने को कहा गया है। गर्जन और ओलावृष्टि के दौरान जानवरों को बाहर न बांधने का सुझाव दिया गया है।
इसके अलावा लोगों को यह भी सलाह दी गई है कि वे अपने वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रखें। साथ ही लोगों को यह भी सलाह दी गई है कि गर्जन/आकाशीय बिजली/झोंकेदार हवाओं के समय वे सुरक्षित स्थानों में शरण लें, जबकि पेड़ों के नीचे शरण न लेने को कहा गया है।