जानिए इस दिन से शुरू होगा पितृ पक्ष। ये रहेंगे दिन, तिथियां और समय - Mukhyadhara

जानिए इस दिन से शुरू होगा पितृ पक्ष। ये रहेंगे दिन, तिथियां और समय

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पंo गणेश चन्द्र बिष्टानिया ‘शास्त्री’

पितृ पक्ष का आरंभ आश्विन मास महीने की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से होता है जो आश्विन अमावस्या तिथि को समाप्त होता है. हिन्दू धर्म में माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ी पूजा माना गया है। इसलिए हिंदू धर्म शास्त्रों में पितरों का उद्धार करने के लिए पुत्र की अनिवार्यता मानी गई हैं। जन्मदाता माता-पिता को मृत्यु-उपरांत लोग विस्मृत न कर दें, इसलिए उनका श्राद्ध  करने का विशेष विधान बताया गया है। पितृपक्ष में हिन्दू लोग मन कर्म एवं वाणी से संयम का जीवन जीते हैं; पितरों को स्मरण करके जल चढाते हैं; निर्धनों एवं ब्राह्मणों को दान देते हैं। पितृपक्ष  में प्रत्येक परिवार में मृत माता-पिता का श्राद्ध किया जाता है। अब जानते हैं इस वर्ष के

पितृ पक्ष में श्राद्ध की तिथियां-

20 सितंबर सोमवार को पूर्णिमा श्राद्ध है।
21 सितंबर मंगलवार: को  प्रतिपदा श्राद्ध है।
22 सितंबर बुधवार को द्वितीया श्राद्ध है।
23 सितंबर बृहस्पतिवार को तृतीया श्राद्ध है।
24 सितंबर शुक्रवार को चतुर्थी श्राद्ध,
25 सितंबर शनिवार को पंचमी श्राद्ध,
27 सितंबर सोमवार को षष्ठी श्राद्ध,
28 सितंबर मंगलवार को सप्तमी श्राद्ध,
29 सितंबर  बुधवार को अष्टमी श्राद्ध,
30 सितंबर बृहस्पतिवार को नवमी श्राद्ध
1 अक्तूबर शुक्रवार को दशमी श्राद्ध
2 अक्तूबर शनिवार को एकादशी श्राद्ध
3 अक्तूबर रविवार को द्वादशी, सन्यासियों का श्राद्ध, मघा श्राद्ध
4 अक्तूबर सोमवार को त्रयोदशी श्राद्ध
5 अक्तूबर मंगलवार को चतुर्दशी श्राद्ध व
6 अक्तूबर बुधवार को अमावस्या श्राद्ध होगा।
यानी  6 अक्टूबर को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पितृ पक्ष का समापन होगा। इस वर्ष 26 सितंबर को श्राद्ध की तिथि नहीं है।
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